Thursday, 1 December 2016

चार फ्लैगशिप फीचर जो हर कोई चैहता है अपने स्मार्टफोन मे / 4 flafship features everyone wants in budget smartphones. [HINDI]


नमस्कार दोस्तो,

                         भारतीय स्मार्टफोन बाजार में सबसे ज्यादा मांग बजट स्मार्टफोन की ही है। बजट स्मार्टफोन ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए सभी कंपनिया महंगे फीचर से लैस बजट स्मार्टफोन बनाने पर ध्यान दे रही हैं, बजट स्मार्टफोन सेगमेंट में चल रही रेस ने कंपनियों को एडवांस फीचर वाले स्मार्टफोन लॉन्च करने पर मजबूर भी कर दिया है।

            


यहां जानें वो 5 जरूरी फीचर जिन्हें निर्माताओं को सभी बजट स्मार्टफोन में देना चाहिए।


   1.          Fingerprint scanner

                        Marshmallo update के साथ ही गूगल ने फिंगरप्रिंट स्कैनर समेत कई नये फीचर जोड़े हैं। इसलिए बजट स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर फीचर होना जरूरी हो गया है। फिंगरप्रिंट स्कैनर के साथ आप सिर्फ आसानी से फोन को ही अनलॉक नही करते बल्कि आपके स्मार्टफोन को सुरक्षित भी बनाता है। फिंगरप्रिंट स्कैनर को आप अपने क्रेडिट कार्ड डिटेल के बफर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको दोबारा अपनी क्रेडिट कार्ड डिटेल ऑनलाइल नहीं डालनी होगी।
 
इसके अलावा फिंगरप्रिंट स्कैनर से आप बिना फोन को एक्टिव किये मनचाहे ऐप को खोल और इस्तेमाल कर सकते हैं। 

भारतीय बाजार में पहले ही कम दाम में Leeco Le 1s, Coolpad Note 3 lite और Lenovo के कई स्मार्टफोन, फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ मौजूद हैं। अगर कूलपैड 7,000 रुपये के फोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर दे सकती है तो निश्चित तौर पर दूसरी कंपनियां भी ऐसा कर सकती हैं।
   



2.   Quike charging

                            शायद यह एक सबसे ज्यादा जरूरी फीचर है जो बजट स्मार्टफोन में होना ही चाहिए। अब जबकि इन स्मार्टफोन में बैटरी क्षमता कम है और चूंकि फोन के डिजाइन और उन्हें पतले से पतला बनाने के लिए बैटरी भी छोटी कर दी जाती है तब क्विक चार्जिंग तकनीक बैटरी चार्ज रखने में मददगार होगी। धारे-धीरे यह एक आम फीचर बन रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह सभी स्मार्टफोन में अनिवार्य हो जाएगा।
                             

3.   Nfc

             Nfc गूगल प्ले इस्तेमाल करने का सबसे सुरक्षित तरीका है और इसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है। इसलिए बजट स्मार्टफोन का एनएफसी इनेबल होना जरूरी है। हालांकि, यह तकनीक सिर्फ सुरक्षित ऑनलाइन पेमेंट तक ही सीमित नहीं है। इसमें अपार संभावनाएं निहित हैं।

बाजार में की एनएफसी टैग उपलब्ध हैं जिससे आप कुछ निश्चित टास्क कर सकते हैं। इससे आप सिर्फ टैग पर टैप कर प्रीसैट टास्क को कर सकेंगे। एनएफसी एक बहुत काम का फीचर है और बजट सेगमेंट में 
काफी सारे फोन  में यह पहले से उपलब्ध है।  


4. Laser  F/PDAF

                        फ्लैश के साथ बेहतरीन तस्वीर खींचने के लिए लेजर ऑटोफोकस तकनीक बहुत ज्यादा जरूरी है। इसलिए हर स्मार्टफोन कैमरे को इस तकनीक से लैस होना चाहिए। Asus बजट स्मार्टफोन में इस फीचर के साथ उपलब्ध है और यह बात सभी कंपनियों को ध्यान रखना चाहिए।

 इन दिनों सभी स्मार्टफोन निर्माता अपने बजट सेगमेंट स्मार्टफोन में कैमरे को एक यूएसपी की तरह पेश कर रहे हैं। ऑटोफोकस फीचर ना होने की वजह से जब आप बेस्ट शॉट नहीं ले पाते हैं तब ऑटोफोकस फीचर लैस स्मार्टफोन जरूरी हो जाता है।









Tuesday, 29 November 2016

[HINDI] Lenovo K6 power launched / Detail Specifications.

नमस्कार दोस्तों,
आज लेनोवो ने इंडिया मे अपना letest smartphone   LENOVO K6 POWER को लॉन्च कर दिया है।  इसकी कीमत 9,999 रुपये रखी गयी है। यह फोन flipcart पर available हैं।

हैंडसेट की बिक्री 6 December से शुरू होगी।
अगर हम बात करे इसकी specification की तो
इसमें दो variant available है।
1.) 3 gb की ram और 32 gb Rom
2.) 2gb की ram और 16 gb Rom
साथ ही इसमे 4000 Mah की बैटरी,
फिंगरप्रिंट सेंसर और साथ ही आप इसमें 128 gb का sd card भी लगा सकते है

Lenovo k6 power में 5 इंच फुल एचडी (1920x1090 पिक्सल) (441 ppi) आईपीएस डिस्प्ले है। लेकिन इसमें screen protection (gorilla glass) नही है।
लेनोवो के इस फोन में 1.4 गीगाहर्ट्ज़ के ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर दिया गया है। ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 505 जीपीयू इंटिग्रेटेड है।
इस फोन में एलईडी फ्लैश के साथ सोनी imx258 sensor वाला 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है। यह पीडीएएफ, प्रो मोड, स्लो मोशन और टाइम लैप्स फ़ीचर से लैस है। सेल्फी और वीडियो चैटिंग के लिए 8 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। सेल्फी कैमरे में एक ऑटो ब्यूटिफिकेशन मोड भी है। आप फिंगरप्रिंट सेंसर से सेल्फी ले पाएंगे।
दोस्तों,  जैसा कि इसका नाम है
Lenovo k6 POWER इसके नाम से ही साफ है कि यह पावरफुल बैटरी के साथ आएगा। कंपनी ने इस फोन में 4000 एमएएच की बैटरी दी है, कम्पनी का दावा है कि ये फोन 48 घंटे तक का talktime और 650 घंटे तक का standby time देगा।

अब अगर connectivity की बात करें तो इस फोन में 4g LTE, wi-fi 802.11 b/g/n,
ब्लूटूथ 4.1 और
Gps , Fingerprint, accelerometer, gyro, proximity, compass जैसे फ़ीचर है  जो इस फोन को और बेहतर बनाते है।

Saturday, 26 November 2016

एल. सी. डी. डिस्प्ले क्या होता है? / what is LCD DISPLAY? / Explain Liquid Crystal.


Namaskaar dosto 

Dosto calculators, digital watches, smartphones, tabelets, t.v. , laptops , computers sabhi  jagah aapne LCD DISPLAYS  k bare me jarur suna hoga to aaj mai aapko bataunga ki lcd displays kya hote hai aur ye kis tarah kaam krte hai.

                 Dosto agar hum baat krte h kisi bhi display k bare me, maan lijiye color display hai ya color tv ka screen  hai ya  aapka laptop ka screen hai to aise me hume kuch cheeze chahiye hoti hai jaise……

  1.     Sabse pehle humko chahiye light, kyuki light hogi to hi aap dekh                  paayenge.
      2.      Dusri cheez jo hume chahiye color,  kyuki color nhi hoga to aap                    dekhenge kaise aapko sub kuch white nazar aayega maan lijiye.
      3.    Humko chahiye ek aisa tarika jiske jariye hum un lights ko control bhi         kar paaye.

Ye jo 3 major components hai,  yahi chahiye hote hai kisi bhi display me aur LCD DISPLAYS  me bhi aapko yahi sab dekhne ko milta hai.

Ab agar mai baat krta hu lcd ki to iska full form hai “LIQUID CRYSTAL DISPLAY”.

Ab sabse pehle aapke dimaag me dhyaan aayega ki ye liquid crystal kya cheez hai, normally hum sab ne school me ye padha hai ki  jo पदार्थ है वो 3 stage me exist krta hai
        1.    Solid
        2.    Liquid
        3.    Gas

Lekin dosto ye jo LIQUID CRYSTAL hai ye na to liquid hai, na hi to solid hai,  ye kahi beech me aata hai, lekin iski jo property hai wo kisi crystalize solid se match karti hai, matlab ki jo uske ander molecule ka arrangment hai, wo  ek particular pattern me hota hai lekin… wo ek fix shape  (matlab solid form me) nhi hota hai .

                               

                                           

Ab ye jo liquid crystal hai, yahi humari madad krta hai, aur yaha pe ye alag alag variety ka hota hai, Ye Nematic hota hai , Symmetric hota hai. lekin hum use  krte hai yaha pe TWISTED NEMATIC LIQUID CRISTAL ka, aur yaha jo arrangement hai molecule ka wo is tarah se hota hai ki wo “twist hota hai 90 degree ke angle  pe “

Ab agar mai aapse baat krta hu light ki jo aap normally  सुरज se dekhte hai, kahi bhi aapko light sorce se milti hai,  to wo basically ek NON POLERISED LIGHT hoti hai, matlab ki jo light waves hai wo har ek plane me ekdum तेडी-मेडी bikhri hui hai, lekin agar aap waha ek POLERIZATION  FILTER laga de,  agar aapke paas ek horizontal polarization filter hai ya aapke pas ek vertical polarization filter hai to  wo jo filter hai wo us particular plane ki lights ko filter karega aur aapko uske baad sirf wahi light wave dekhne ko milegi .

  


Agar aapse baat krta hu kisi bhi normal polarized sunglass ki , agar aap usko lagate hai to light thodi si dim ho jaati hai , aapko extra chamak jo hai wo dekhne ko nhi milti hai, aur aapko milti hai ekdum clean polarized light, jo ki HORIZONTALY ya VERTICALLY koi bhi ek phase me POLERIZED hoti hai.


Ab normally Jo LCD DIPLAYS hai, waha pe ek backlight hota hai, usse jo light nikal rahi hai waha pe hum lagaate hai ek polarization filter, for example humne lagaya ek VERTICAL POLERIZATION FILTER,  to aise me jo filter k baad me jo light aai, wo aai sirf vertically polarized.

Wo jo vertically polarized light hai uske aage laga hota hai ek  LIQUID CRISTAL ELIMENT  to ye us light ko twist kar dega, to aise me dosto jo wo vertically polarized light hai, wo crystal ke paar jaati hai to wo ban jaati hai horizontally polarized light, aur uske baad me aage ek horizontal filter laga hota hai jo usko aage jaane me madad krta hai aur aapko baad me aage wo light dekhne ko  mil jaati hai.




Lekin jab hum us liquid crystal me jab koi voltage ko apply krte hai, to aise me wo jo uska twisted macanism hai, wo hat jaata hai aur wo ek straight pattern me kaam krta hai,  to uske baad me kya hoga ki jo vertically polarized light aai wo uske baad bhi vertical hi nikalegi,  to iski wajah se iska jo agla polarization filter laga hai, jo ki ek horizontal filter laga hai wo us light ko paar jaane nhi dega aur aapko saamne koi bhi light dekhne ko nhi milegi.
  



Yahi jo complete principal hai yahi kaam krta hai lcd display me . yaha pe aapko jitney bhi pixel dekhne ko milte hai, sabhi pixel ke 3 sub pixel hote hai, in sub pixel ke jo color hote hai wo hote hai RED, GREEN, BLUE  
Humne basically waha pe ek color filter lagaya hota hai, to aise me kya hota hai ki agar  aapne  waha pe koi voltage lagaate hai, to uske baad aap control kar sakte hai us liquid crystal ko aur aap ye bhi control kar sakte hai ki wo light paas karega ki nhi karega, aur agar karega to kitni karega , iske according aap individually red, green aur blue in teeno ki value ko calculate kar sakte hai aur iske baad aapko alag alag colors dekhne ko mil jaate hai.

  

Jo  bhi aap display me dekhte hai ki 16 million color hai,  to ye 16 million colors isiliye aate hai kyuki yaha pe ( RED=256, BLUE=256, GREEN=256) teeno color ki 256-256 values hoti hai aur aap in teeno ko multiply krte hai to aapko kareeb-kareeb 16.8 million aapko dekhne ko  mil jaata hai.

Dosto mujhe umeed hai ki aapko lcd display ke baare me kaafi information mil gyi hogi.
Thank you…………..




Friday, 25 November 2016

Blog promo

नमस्कार दोस्तों

                                      आपका बहुत बहुत स्वागत है हमारे ब्लाँग "Technical Buddy" में, मैंने यह ब्लाँग मेरे उन सभी दोस्तों के लिए बनाया है जो टेक्नोलॉजी के बारे में अपनी भाषा में जानना चाहते है, "Technical Buddy" ब्लाँग में आपको रोज़ाना एक नये topic के बारे मे जानने मिलेगा, जहा मैं कोशिश करूँगा आपको मोबाइल और कंप्यूटर की दुनिया के बारे में कुछ जरुरी बातें बताने की| आप जुड़े रहिये "Technical Buddy" के साथ और मै उमीद करता हुँ कि आपको आगे टेक्नालाजी की जानकारी बहुत पसंद आएगी,  धन्यवाद| जय हिन्द, वन्दे मातरम|


Hello friends
                    welcome to "Technical Buddy", I created this blog on 25 November 2016, my motive behind creating this blog was to make Easy to Understand, Technology explain in Hindi, and I wanted each and every Individual whoever is interested in technology to be able to understand it in the easiest possible way, I live in Nagpur, and I am doing this as my Hobby, I post a new content daily, on topics that create the most confusion, Please visit to Technical Buddy, Thanks.